दोनों राष्ट्रीय पार्टियां भाजपा व कांग्रेस अहीर नेताओं को दें लोकसभा की टिकट – राव अनिल भगडाना

8 मार्च शुक्रवार को यादव सभा महेंद्रगढ़ के पुस्तकालय भवन के दूसरे तल पर स्थित माधव छात्रावास में हरियाणा युवा यादव महासभा के जिला कार्यकारी अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता अनिल भगड़ाना एवं शहर के जाने-माने चिकित्सक डॉo राजबीर यादव ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दोनों राष्ट्रीय पार्टियों क्रमशः भाजपा व कांग्रेस से महेंद्रगढ़ जिले के सबसे बड़े और महेंद्रगढ़-भिवानी लोकसभा क्षेत्र में संख्याबल में दूसरे स्थान पर आने वाले अहीर/यादव समाज के नेताओं के लिए लोकसभा टिकट की मांग की।

अनिल भगडाना ने बताया कि वर्ष 2007-08 में भारतीय परिसीमन आयोग ने हरियाणा की लोकसभा सीटों का पुनर्गठन किया जिसमें फरीदाबाद लोकसभा सीट का विभाजन कर गुड़गांव लोकसभा सीट बनाई गई जो पहले महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा होती थी। इसी प्रकार भिवानी और महेंद्रगढ़ को इकट्ठा करते हुए महेंद्रगढ़-भिवानी लोकसभा सीट बनाई जिसमें भिवानी जिले से पांच और महेंद्रगढ़ जिले की चार विधानसभा सीटें रखी गई।

भिवानी जिला के नेताओं को चौथी बार उम्मीदवार बनाने वाली पार्टी को करना पड़ेगा विरोध का सामना।

उन्होंने तर्क सहित आगे बताया कि 1 दिसंबर 2016 को भिवानी जिले के विघटन और दादरी जिले के गठन के साथ ही इस लोकसभा क्षेत्र में शामिल जिले भिवानी में बड़ा भौगोलिक बदलाव हुआ और मतदाता, क्षेत्रफल और विधानसभा सीटों के मामले में बड़ा जिला भिवानी छोटा रह गया और दूसरे पायदान पर आने वाला महेंद्रगढ़ मतदाता एवं विधानसभा सीटों की संख्या के मामले में पूरे लोकसभा क्षेत्र में सबसे बड़ा जिला बन गया जिसका सीधा-सीधा प्रभाव लोकसभा सीटों के बंटवारे में भिवानी जिले के नेताओं को प्राथमिकता देने वाली पार्टियों की रणनीति पर पड़ना था लेकिन 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों ने भिवानी जिले के एक ही समाज से संबंध रखने वाले नेताओं की ही पुनरावृत्ति कर यह संदेश दे दिया की भिवानी जिले की विघटन का राजनीतिक समीकरणों पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा।

ऐसा नहीं करने वाली पार्टी को जिला की जनता से सबक सिखाने अपील की।

राव अनिल भगडाना ने आगे कहा कि अब चूंकि आगामी दिनों में परिसीमन के बाद 2024 में चौथा लोकसभा चुनाव होना है और दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियां लोकसभा उम्मीदवारों को टिकट देने के लिए अपने जोड़ भाग में लगी हुई हैं, इसी के चलते आज की इस प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से उन्होंने तर्क देते हुए दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों से जिले के सबसे बड़े यादव समाज के नेताओं के लिए टिकट की मांग की और कहा कि यदि पार्टियां यादव समाज के नेताओं को प्राथमिकता ना देकर महेंद्रगढ़ जिले की किसी भी बिरादरी के ऐसे नेताओं को टिकट देती हैं जिनकी जनता में पैठ है और जो महेंद्रगढ़ जिले की समस्याओं को देश की सबसे बड़ी पंचायत लोकसभा में उठाने में सक्षम है तो वे और उनके साथी इसका भी स्वागत करेंगे लेकिन उन्हें अबकी बार महेंद्रगढ़ जिले की जनता की भावना के अनुरूप ही दूसरे जिले के लोकसभा उम्मीदवार कतई मंजूर नहीं हैं।

महेंद्रगढ़ के सर्वसमाज को केवल वोटर समझने की भूल ना करें राष्ट्रीय पार्टियां।

उन्होंने आगे बताया कि अहीर समाज जो पूरे लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं का 20 फीसदी है जो केवल जाट समाज के वोटरों से पांच फीसदी ही कम है जो लगभग 50 हजार मतदाताओं के अंतर के बराबर है लेकिन वहीं यदि दूसरी तरफ विधानसभा क्षेत्रों के मामले में देखा जाए तो पूरी लोकसभा क्षेत्र में महेंद्रगढ़ जिला अव्वल है जिसमें चार विधानसभा क्षेत्र हैं जबकि भिवानी तीन विधानसभा और दादरी दो विधानसभा क्षेत्रों के साथ क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।

इसी प्रकार विधानसभा उम्मीदवारों के लिहाज से देखा जाए तो नौ विधानसभा क्षेत्रों में से महेंद्रगढ़ जिले की चारों विधानसभा सीटें अहीर समाज के खाते में हैं और 5 फीसदी मतदाता अधिक होने के बावजूद भिवानी और दादरी दोनों जिलों को मिलाकर चार विधानसभा सीटें जाट समाज के खाते में हैं और एक विधायक गैर-अहीर और गैर-जाट समाज से है।

इसी प्रकार यदि मतदाताओं के लिहाज से देखा जाए तो महेंद्रगढ़ जिला चारों विधानसभा सीटों से लगभग 7,20,223 मतदाताओं के साथ पहले स्थान पर, भिवानी जिला तीन विधानसभा सीटों के लगभग 6,49,384 मतदाताओं के साथ दूसरे स्थान पर और दादरी जिला दोनों विधानसभाओं के लगभग 4,00,755 मतदाताओं के साथ तीसरे स्थान पर आता है। इसी प्रकार यदि तीनों जिलों में गांवों की संख्या के लिहाज से तुलना करें तो महेंद्रगढ़ जिला 374 गांवों के साथ पहले स्थान पर, भिवानी जिला 322 गांवों के साथ दूसरे स्थान पर और दादरी जिला 175 गांवों के साथ तीसरे स्थान पर आता है जिससे यह तय हो जाता है कि आगामी लोकसभा चुनाव में दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों के लिए महेंद्रगढ़ क्षेत्र के और यादव समाज के नेता को दरकिनार करना बड़ा मुश्किल होने वाला है और यदि कोई राष्ट्रीय पार्टी INDIA महेंद्रगढ़ के मतदाताओं की भावनाओं के अनुरूप फैसला ना लेकर पहले की तरह दूसरे जिले के नेताओं को लोकसभा में थोंपती है तो उनका संगठन उस पार्टी और नेता का विरोध करेंगे और जो पार्टी यादव समाज सहित महेंद्रगढ़ जिले की 36 बिरादरी को सम्मान स्वरूप लोकसभा की टिकट देगी तो उस नेता और पार्टी का तन-मन-धन से सहयोग कर जीताने का काम करेंगे। उन्होंने शनिवार को मध्यप्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री मोहन यादव जी के आगमन को लेकर भी कहा की वैसे तो उनके आगमन से ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा ना तो किसी अहीर नेता को और ना ही महेंद्रगढ़ जिले के किसी नेता को लोकसभा का उम्मीदवार बना ने का इरादा रखती है लेकिन फिर भी वह देश के एक बड़े राज्य के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री हैं और अहीर जाति से संबंध रखते हैं तो उनसे हमें यही उम्मीद है कि वह जरूर महेंद्रगढ़-भिवानी लोकसभा सीट से यादव समाज के किसी नेता को टिकट दिलवाने का काम करेंगे ताकि उनका मुख्यमंत्री बनने के उपरांत प्रदेश के पहले दौर के दौरान अहीरवाल की धरती पर आना सार्थक सिद्ध हो सके।

महेंद्रगढ़ जिला के किसी भी बिरादरी के नेता को टिकट मिलने का करेंगे स्वागत

उन्होंने यह भी कहा कि यदि दोनों राष्ट्रीय पार्टियों में से कोई एक पार्टी भी अहीर समाज के नेता या महेंद्रगढ़ जिले के किसी नेता को लोकसभा का उम्मीदवार बनाती है तो अहीर समाज सहित इस जिले के दूसरे किसी नेता को क्षेत्रीय पार्टियों से टिकट लेकर चुनाव लड़ने से परहेज करना चाहिए ताकि समाज की एकता पर विश्वास जताने वाली उस पार्टी के इस फैसले के नतीजे इस जिले के लोगों की इच्छा के अनुरूप आ सकें और वो नेता अपने आप को केवल वोट काटने के लिए ही मैदान में ना उतारे। अगर ऐसा कोई नेता करता है तो उसको भी जिले की जनता के द्वारा जमानत जब्त कर सबक सिखाना चाहिए।
इस अवसर पर उनके साथ सतीश यादव पालड़ी पनिहारा और समाज के अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।

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