देवनगर में डैम से जलस्तर सुधार
India News 16: क्षेत्र में जलस्तर को बढ़ाने के उद्देश्य से देवनगर (चामधेड़ा) में लगभग एक किलोमीटर लंबाई के डैम में पानी भरना शुरू हो गया है। इस डैम के भरने से आसपास के गांवों में भूमिगत जलस्तर में काफी सुधार होगा और स्थानीय लोग डैम में भरे पानी और प्रकृति का आनंद उठा सकेंगे। सिंचाई विभाग ने डैम के साथ सड़क का निर्माण भी करवा दिया है, जिससे यह एक पर्यटन केंद्र जैसा अनुभव प्रदान करेगा।
डैम और जलस्तर सुधार की प्रक्रिया
सिंचाई विभाग द्वारा दोहान नदी में छोड़े गए पानी से नदी के 15 में से 9 पोंड भर चुके हैं और शेष पोंड भी शीघ्र ही भर जाएंगे। पिछले 3-4 वर्षों से बरसात के समय में नदी में छोड़े जा रहे पानी से भूमिगत जलस्तर में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। विभाग का कहना है कि इस बार भी नहर में 100 दिन तक पानी चलने का अनुमान है, जिससे क्षेत्र के 3 दर्जन गांवों के भूमिगत जलस्तर में और सुधार होने की संभावना है।
देवनगर में डैम का महत्व
देवनगर में निर्मित डैम में पानी गांव बेरी की सीमा में प्रवेश कर चुका है और सोमवार शाम तक यह पानी देवनगर के डैम में पहुंचना शुरू हो जाएगा। इस डैम में 9 फुट तक पानी भरने के बाद यह पानी माजरा खुर्द से होकर रेवाड़ी रोड को पार करेगा। डैम के साथ बनाई गई सड़क मार्ग पर लोग बड़े शहरों की तर्ज पर पर्यटन केंद्र का आनंद उठा सकेंगे। इस डैम के भरने से देवनगर और आसपास के दर्जनों गांवों को इसका लाभ मिलेगा।
दोहान नदी में पानी छोड़े जाने का प्रभाव
सिंचाई विभाग के जेई दीपक कुमार के अनुसार, दोहान नदी में 15 पोंड हैं, जिनमें से 9 तो नहरी पानी से भर चुके हैं और शेष भी जल्द ही भर जाएंगे। विभाग ने नदी के विभिन्न गांवों में हम्प बनाए हैं ताकि पानी रुककर अधिक से अधिक रिचार्ज हो सके। बीते समय में भूमिगत जलस्तर काफी नीचे गिर गया था, लेकिन दोहान नदी में पानी छोड़े जाने से यह स्तर अब 200-300 फुट पर आ गया है, जो इस क्षेत्र के लिए एक वरदान से कम नहीं है।
शहरी क्षेत्र में जल प्रबंधन
बीते कुछ वर्षों में दोहान नदी में पानी छोड़े जाने से महेंद्रगढ़ क्षेत्र में जलभराव की समस्याएं उत्पन्न होती थीं। इस बार इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए डुलाना रोड पर पानी क्रॉसिंग के लिए बड़े पाइप लगाए गए हैं और नदी में पानी चलाने की बेहतर व्यवस्था की गई है। इससे झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोग और गांवों की कनेक्टिविटी प्रभावित नहीं होगी।
मोटा महादेव मंदिर के मार्ग में सुधार
देवनगर में मोटा महादेव मंदिर के मार्ग में पानी भरने की समस्या पहले होती थी, लेकिन अब इस मार्ग को ऊंचा करके बनाया गया है। इससे श्रद्धालुओं को मंदिर में आने-जाने में कोई परेशानी नहीं होगी और वे बिना किसी अवरोध के पूजा-अर्चना कर सकेंगे।
देवनगर में नवनिर्मित डैम से क्षेत्र में जलस्तर में सुधार के प्रयास सराहनीय हैं और इससे क्षेत्र के लोगों की उम्मीदें बढ़ी हैं। यह डैम न केवल जल संरक्षण में मददगार होगा, बल्कि स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।
गांवों में भूमिगत जलस्तर में काफी सुधार होगा और स्थानीय लोग डैम में भरे पानी और प्रकृति का आनंद उठा सकेंगे। सिंचाई विभाग ने डैम के साथ सड़क का निर्माण भी करवा दिया है, जिससे यह एक पर्यटन केंद्र जैसा अनुभव प्रदान करेगा।
डैम और जलस्तर सुधार की प्रक्रिया
सिंचाई विभाग द्वारा दोहान नदी में छोड़े गए पानी से नदी के 15 में से 9 पोंड भर चुके हैं और शेष पोंड भी शीघ्र ही भर जाएंगे। पिछले 3-4 वर्षों से बरसात के समय में नदी में छोड़े जा रहे पानी से भूमिगत जलस्तर में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। विभाग का कहना है कि इस बार भी नहर में 100 दिन तक पानी चलने का अनुमान है, जिससे क्षेत्र के 3 दर्जन गांवों के भूमिगत जलस्तर में और सुधार होने की संभावना है।
देवनगर में डैम का महत्व
देवनगर में निर्मित डैम में पानी गांव बेरी की सीमा में प्रवेश कर चुका है और सोमवार शाम तक यह पानी देवनगर के डैम में पहुंचना शुरू हो जाएगा। इस डैम में 9 फुट तक पानी भरने के बाद यह पानी माजरा खुर्द से होकर रेवाड़ी रोड को पार करेगा। डैम के साथ बनाई गई सड़क मार्ग पर लोग बड़े शहरों की तर्ज पर पर्यटन केंद्र का आनंद उठा सकेंगे। इस डैम के भरने से देवनगर और आसपास के दर्जनों गांवों को इसका लाभ मिलेगा।
दोहान नदी में पानी छोड़े जाने का प्रभाव
सिंचाई विभाग के जेई दीपक कुमार के अनुसार, दोहान नदी में 15 पोंड हैं, जिनमें से 9 तो नहरी पानी से भर चुके हैं और शेष भी जल्द ही भर जाएंगे। विभाग ने नदी के विभिन्न गांवों में हम्प बनाए हैं ताकि पानी रुककर अधिक से अधिक रिचार्ज हो सके। बीते समय में भूमिगत जलस्तर काफी नीचे गिर गया था, लेकिन दोहान नदी में पानी छोड़े जाने से यह स्तर अब 200-300 फुट पर आ गया है, जो इस क्षेत्र के लिए एक वरदान से कम नहीं है।
शहरी क्षेत्र में जल प्रबंधन
बीते कुछ वर्षों में दोहान नदी में पानी छोड़े जाने से महेंद्रगढ़ क्षेत्र में जलभराव की समस्याएं उत्पन्न होती थीं। इस बार इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए डुलाना रोड पर पानी क्रॉसिंग के लिए बड़े पाइप लगाए गए हैं और नदी में पानी चलाने की बेहतर व्यवस्था की गई है। इससे झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोग और गांवों की कनेक्टिविटी प्रभावित नहीं होगी।
मोटा महादेव मंदिर के मार्ग में सुधार
देवनगर में मोटा महादेव मंदिर के मार्ग में पानी भरने की समस्या पहले होती थी, लेकिन अब इस मार्ग को ऊंचा करके बनाया गया है। इससे श्रद्धालुओं को मंदिर में आने-जाने में कोई परेशानी नहीं होगी और वे बिना किसी अवरोध के पूजा-अर्चना कर सकेंगे।
देवनगर में नवनिर्मित डैम से क्षेत्र में जलस्तर में सुधार के प्रयास सराहनीय हैं और इससे क्षेत्र के लोगों की उम्मीदें बढ़ी हैं। यह डैम न केवल जल संरक्षण में मददगार होगा, बल्कि स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।