हरियाणा के नांगल चौधरी से रहे पूर्व विधायक राव बहादुर सिंह ने बुधवार को कांग्रेस पार्टी को छोड़ने का फैसला किया। अगर कारण की बात करे तो कही न कही लोकसभा की टिकट लगता है। राव बहादुर सिंह काफी समय से भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर चुनाव लडने की तैयार कर रहे थे। कई बार इंटरव्यूज में उन्होंने कहा भी था की कांग्रेस उनको टिकट देगी और वो ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगे। लेकिन शायद ऐसा नहीं हुआ जिस कारण राव जी ने कांग्रेस पार्टी को अपना त्याग पत्र शौप दिया।
राव बहादुर सिंह ने कांग्रेस छोड़, जननायक जनता पार्टी का थमा दामन
राव बहादुर सिंह ने जननायक जनता पार्टी जॉइन कर ली। इससे पहले वे इंडियन नेशनल लोकदल से एक विधानसभा, एक बार लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। विधानसभा के 2 चुनाव में से वे एक में जीते थे। वे यदुवंशी शिक्षा निकेतन जैसी बड़ी शिक्षण संस्थान चला रहे हैं और कई सालों से सक्रिय राजनीति में रहे हैं।
राव बहादुर ने बुधवार को चंडीगढ़ में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की मौजूदगी में जजपा जॉइन की। दुष्यंत ने कहा कि पार्टी को इससे मजबूती मिली है। इससे पहले राव बहादुर इनेलो में रहे हैं और विधायक बने थे। राव बहादुर सिंह ने वर्ष 2005 में राजनीति में आए थे। नारनौल विधानसभा में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। वे निर्दलीय राधेश्याम शर्मा से चुनाव हार गए थे। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2009 में नवगठित नांगल चौधरी विधानसभा से इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीते थे।
2014 में बहादुर सिंह लड़ चुके | लोकसभा चुनाव
राव बहादुर सिंह ने वर्ष 2014 में इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी से महेंद्रगढ़ भिवानी लोकसभा सीट का चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में उन्होंने 275148 वोट प्राप्त किए थे तथा वह दूसरे नंबर पर रहे थे जबकि तीसरे नंबर पर पूर्व सांसद श्रुति चौधरी रही थी और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी चौधरी धर्मवीर सिंह ने जीत हासिल की थी।