महेंद्रगढ़ में जिला मुख्यालय की मांग: बलवान फौजी की चेतावनी पर बड़ा आंदोलन और धरना की तैयारी

मुख्यालय की मांग: बलवान फौजी

महेंद्रगढ़: महेंद्रगढ़ में जिला मुख्यालय स्थापित करवाने की मांग को लेकर सोमवार को विभिन्न सामाजिक संगठनों की बैठक मसानी चौक बंसल आई केयर के पास एलाइंस टावर में आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से पाली गांव के सरपंच देशराज सिंह फौजी को अध्यक्ष चुना गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि अगर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने 15 जुलाई तक जिला मुख्यालय की घोषणा नहीं की, तो महेंद्रगढ़ के लघु सचिवालय में एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया जाएगा।

आंदोलन की योजना और तैयारी

सरपंच देशराज सिंह फौजी के नेतृत्व में, विभिन्न गांवों में जाकर लोगों को जोड़ने और बड़े आंदोलन की रणनीति तैयार की गई। बैठक में यह भी तय किया गया कि पाली गांव के बाबा जयराम दास के मंदिर में माथा टेककर लघु सचिवालय में धरना दिया जाएगा। इसके बाद, विभिन्न गांवों में जाकर लोगों को जोड़कर एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

पिछली गतिविधियाँ और सरकार पर आरोप

समाजसेवी बलवान फौजी के नेतृत्व में पहले भी क्षेत्र के अधिवक्ताओं और सामाजिक संगठनों के लोगों ने लघु सचिवालय में सांकेतिक धरना दिया था। इसके अलावा, नारनौल को अलग जिला बनाने और महेंद्रगढ़ में जिला मुख्यालय स्थापित करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी को ज्ञापन भेजा गया था। बलवान फौजी ने चेतावनी दी है कि अगर 15 जुलाई तक उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो बड़े आंदोलन की तैयारी की जाएगी।

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लंबे समय से चल रही मांग

महेंद्रगढ़ क्षेत्र के लोग लंबे समय से जिला मुख्यालय स्थापित करने की मांग कर रहे हैं। वर्ष 2019 में बार एसोसिएशन द्वारा करीब तीन महीने का धरना दिया गया था। इसके अलावा, दुकानदारों ने भी बाजार बंद कर जिला मुख्यालय स्थापित करने की मांग की थी। लेकिन अब तक प्रदेश सरकार की ओर से कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है।

भाजपा सरकार के खिलाफ रोष

सरपंच देशराज पाली ने कहा कि भाजपा सरकार में इस जिले की उपेक्षा से लोगों में मायूसी है और सरकार के प्रति भारी रोष पनप रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जिला मुख्यालय नहीं मिला, तो आगामी विधानसभा चुनावों में इसका विपरीत प्रभाव देखने को मिलेगा।

आने वाले बड़े आंदोलन की तैयारी

बलवान फौजी ने कहा कि महेंद्रगढ़ विधानसभा के गांव-गांव जाकर 10 से 15 अगस्त के बीच एक बड़े आंदोलन में भाग लेने के लिए लोगों को निमंत्रण दिया जाएगा। इस आंदोलन में करीब 15 से 20 हजार लोग शामिल होंगे और यह लोग तब तक धरने पर बैठे रहेंगे जब तक महेंद्रगढ़ में जिला मुख्यालय स्थापित नहीं हो जाता।

सांसद धर्मबीर सिंह का आश्वासन

बलवान फौजी ने बताया कि दो दिन पहले सांसद धर्मबीर सिंह ने महेंद्रगढ़ में जिला मुख्यालय स्थापित करने की मांग पर लोगों को आश्वासन दिया था। वर्तमान में केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार है, इसलिए सांसद धर्मबीर सिंह को जिला मुख्यालय के लिए प्रयास करने चाहिए।

बैठक में मौजूद लोग

इस अवसर पर डॉ. धर्मवीर पाएगा, विजय कुमार, कैप्टन सुबह सिंह, सत्यवीर पाएगा, प्रशांत फौजी, ओमप्रकाश फौजी, राजेश फौजी, दीपक फौजी, सर्जन वास, रणधीर सिंह गुड़ा मेगनवास, अमित फौजी, माजरा खुर्द, विक्रम मेघनवास, आशीष चिकन, सुनील कुमार, सूबेदार आत्म प्रकाश, धीरेंद्र सरपंच, कोथल खुर्द, उमराव सिंह, अनिल झुक फौजी, सत्यवीर सिंह मंडोला, महेश फौजी, रेवासा एडवोकेट संजय, रेवासा रामस्वरूप साहब, नगला नाथ संदीप यादव, इंजीनियर संदीप शास्त्री, सत्यवान सरपंच, संदीप ठेकेदार और दिनेश खुडाना आदि मौजूद थे।

सरकार को चेतावनी

बलवान फौजी ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस कमेटी में सरकार ने कृषि मंत्री कंवरपाल गुर्जर, वित्त मंत्री जयप्रकाश दलाल, पंचायत मंत्री महिपाल ढांडा, नगर निकाय मंत्री सुभाष सुधा को शामिल किया गया है। यह कमेटी शीघ्र ही बैठक करेगी। फिलहाल सुनने में आ रहा है कि हांसी, गोहाना, डबवाली, असंध और मानेसर को जिला बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है, जिसमें महेंद्रगढ़ जिले को उसका हक जिला मुख्यालय और नारनौल को अलग जिला बनाए जाने की मांग का कोई जिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि यह महेंद्रगढ़ क्षेत्र के लोगों के लिए अन्याय होगा, क्योंकि महेंद्रगढ़ की जनता ने भाजपा को उस समय जीवनदान दिया था जब प्रदेश में बीजेपी का नाम लेने वाला कोई नहीं था।


महेंद्रगढ़ में जिला मुख्यालय की मांग और आंदोलन की तैयारी के इस समाचार से साफ है कि स्थानीय लोग अपने अधिकारों के लिए जागरूक हैं और सरकार से न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और अधिक घटनाक्रम देखने को मिल सकते हैं।

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