महेंद्रगढ़। भारतीय कृषि अनुसंधान दिल्ली की ओर से महेंद्रगढ़ के गांव बवानियां निवासी सुनिता यादव को इनोवेटिव फार्मर अवार्ड से नवाजा है। इस सम्मान के लिए प्रदेश के एकमात्र महिला सुनिता यादव का चयन किया गया था। सुनिता यादव पत्नी डॉ. प्रदीप यादव को यह सम्मान वीरवार को दिल्ली में आयोजित सम्मेलन के दौरान दिया गया। बता दें कि इनोवेटिव फार्मर अवार्ड के लिए राष्ट्रीय स्तर पर राज्य से केवल एक ही प्रतिभागी का चयन होता है।
*इनोवेटिव फार्मर* (नवोन्मैषी किसान) कृषि क्षेत्र के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है। सम्मेलन में छह राज्यों के सात किसानों को फेलो फार्मर (अध्येता किसान) तथा 22 राज्यों के 33 किसानों को इनोवेटिव फार्मर (नवोन्मैषी किसान) अवार्ड-2024 के लिए चुना गया था। इन किसानों ने परंपरागत खेती की बजाय नई तकनीक का खेतीबाड़ी में समावेश कर अपनी आय बढ़ाने के साथ-साथ अन्य किसानों के लिए प्रेरणा स्त्रोत का काम किया है। यह अवार्ड भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. एके सिंह, कृषि अनुसंधान परिषद के उप महानिदेशक (कृषि प्रसार) डॉ. यूएस गौतम सहित अनेक अधिकारियों की उपस्थित में प्रदान किया गया।
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– *यह उत्पादन बने पहचान:*
सुनिता यादव ने बताया कि वर्तमान सालाना करीब 50 क्विंटल मशरूम व एक हजार क्विंटल केंचुआ खाद का उत्पादन कर रही है। साथ क्षेत्र की करीब 500 महिलाओं को मशरूम व केंचुआ खाद का प्रशिक्षण दे चुकी है। इसके अलावा वर्तमान समय में मोटे अनाज के रूप में क्षेत्र की प्रमुख फसल बाजारे से विभिन्न प्रकार की खाद्य सामाग्री बनाकर 50 क्विंटल से अधिक दिल्ली, गुरूग्राम, फरीदाबाद, कुरूक्षेत्र, चंडीगढ़ सहित देश के अन्य भागों में आपूर्ति कर रही है। एसएसजी बवानिया गौरव ग्रुप के माध्यम 300 महिलाओं को मोटे अनाज के उत्पादन, केंचुआ खाद व मशरूम तैयार करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके अलावा बायेगैस प्लांट व चार एकड़ में आर्गेनिक खेती कर जिला की महिलाओं के लिए प्ररेणा बनी हुई है।