ठेकेदारों व अधिकारियों की होनी चाहिए उच्च स्तरीय जांच
महेंद्रगढ़ न्यूज: अमृत योजना के तहत महेंद्रगढ़ के रेलवे स्टेशन पर कार्य जारी है। जिसमें लगभग लगभग 17 करोड़ रुपए खर्च होने है। जिसका मैप भी रेलवे द्वारा जारी कर रखा है। यहां पर विभिन्न कार्यों को पूरा करने के लिए अलग-अलग टेंडरों के तहत कार्य किए जाएंगे। जिसमें 11 करोड़ रुपए से स्टेशन के करीब साढे आठ हजार स्कवायर मीटर का एरियों पर अलग-अलग कार्यों को 6 माह में पूरा करने की समय सीमा निर्धारित की गई है।
शहर के आदर्श रेलवे स्टेशन के पुनर्निर्माण के लिए रूद्रा शिवाय कंस्ट्रक्शन कंपनी को टेंडर अलॉट हुआ है। कंपनी ने स्टेशन पर अपना कार्य शुरू करते हुए महेंद्रगढ़ के रेलवे स्टेशन काम भी शुरू कर दिया गया है। भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष कंवर सिंह यादव व दैनिक रेलयात्री महासंघ के अध्यक्ष रामनिवास पाटोदा ने रविवार को कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन पर घटिया सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। इस विषय को लेकर मुख्यमंत्री, सांसद से जल्द मुलाकात करेंगे। उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन पर घटिया सामग्री लगाई गई तो वे कार्य को रूकवा देंगे। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी व रेलमंत्री रेलवे स्टेशन को अमृत योजना के तहत सौंदर्यकरण करवा रहे है लेकिन ठेकेदारों व निचले अधिकारियों की मिली भगत से स्टेशनों पर घटिया सामग्री लगाई जा रही है। महेंद्रगढ़ के रेलवे स्टेशन का 2018 में सौंदर्यकरण किया गया था तथा एक वर्ष के बाद ही भवन क्षतिग्रस्त हो गया था और ठेकेदार द्वारा मुख्य द्वार पर दो पील्लर लगाए गए थे। उसमें घटिया सामग्री व लोहे के सरियां नहीं लगाए गए। उसके कारण एक फरवरी को पील्लर के गिर जाने से एक यात्री की मौत हो गई थी।
पाटोदा ने बताया है कि तीन नंबर की ईटें, जीरों क्वालिटी का क्रेशर, अच्छे कंपनी के सरियें भी नहीं लगाए जा रहे है तथा सीमेंट भी बहुत कम मात्रा में लगाई जा रही है। उन्होंने बताया कि पहले के समय में कोई भी कार्य किए जाते थे तो 100 से 500 वर्षों तक चल जाते थे। जब से अधिकारियों एवं ठेकेदारों की सांठ गांठ से जो कार्य किए जा रहे वे एक या दो साल मे ही कार्य खंडर हो जाते है। जिसका जागता उदाहरण महेंद्रगढ़ का रेलवे स्टेशन है। अगर आगमी दिनों में सामग्री बढिया नहीं लगाई तो कार्य को रूकवा देंगे।