हवन-पूजा हमारे ऋषि -मुनियों की देन : विजय यादव टूमना
विजय इंटरनेशनल स्कूल बलाना में बुधवार को नए सत्र का शुभारंभ पर हवन-पूजा कर किया गया। जिसमें शिक्षकों बच्चों ने आहुति देकर नए सत्र के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया। विद्यालय में विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में मुख्य यजमान चेयरमैन विजय यादव टूमना रहे। हवन का आरंभ विघ्नहर्ता श्री गणेश के पूजन से हुआ। इसके बाद सरस्वती पूजन किया गया। इस पावन अवसर पर चेयरमैन विजय यादव टूमना, प्रिंसिपल, सहित सभी विंग हेड व शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा विद्यार्थियों ने उपस्थित रहकर स्वर्णिम भविष्य की भगवान से शुभ कामना की। कार्यक्रम में आचार्य ने वैदिक विधि-विधान से मन्त्रोचारण कर हवन पूजा को सम्पन्न करवाया। विद्यालय के संरक्षक महेन्द्र सिंह ने विद्यार्थियों की सफलता की कामना करते हुए उन्हें नए सत्र के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष नए सत्र का आरंभ सरस्वती पूजा तथा हवन से करवाया जाता है, जिसका उद्देश्य बच्चों में आस्था तथा आत्मबल की स्थापना तथा सद्विचारों को जागृत करना है।
नए सत्र 2024-25 के शुभारंभ की शुभकामना देते हुए संस्था के चेयरमैन विजय यादव टूमना ने कहा कि भारतीय संस्कृति में कोई भी कार्य का शुभारंभ होता है तो सबसे पहले गणेश पूजा व हवन किया जाता है। हवन एक वैज्ञानिक पूजा पद्धति है, इससे वातावरण शुद्ध होने के साथ-2 मानसिक चित व बुद्धि भी शुद्ध होती है। हवन से संपूर्ण वातावरण शुद्ध होता है। जिसकी प्रत्येक जीव धारी को आवश्यकता है। उन्होंने नए सत्र की बधाई देते हुए कहा कि हवन-पूजा हमें दृढ़संकल्प के लिए प्रेरित करती है। हम सब यज्ञ बेदी से शपथ लेकर देश की युवा पीढ़ी को नई ऊर्जा, नई दिशा देकर उन्हें उनके लक्ष्य पर पहुंचाने के लिए दृढ़ संकल्पित होते हैं। विजय इंटरनैशनल स्कूल प्राचार्य डॉ. एस.एस. यादव ने नए सत्र की बधाई देते हुए कहा हमारे पौराणिक काल से ही ऋषि-मुनियों के आश्रमों से यह हवन विधि चली आ रही है। इससे भगवान गणेश, मां सरस्वती प्रसन्न हो कर हमें अपने कर्तव्य पथ पर विश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। हवन से वातावरण के साथ-साथ विचारों में भी शुद्धता आती है।