आरपीएस कॉलेज में महिला थाना की टीम ने महिला सुरक्षा की जानकारी देकर किया जागरूक

सेफ सिटी कैंपेन के तहत महिला थाना प्रबंधक निरीक्षक मंजू शाह व उनकी टीम ने आरपीएस कॉलेज महेंद्रगढ़ के परिसर में छात्राओं को महिला सुरक्षा और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया। महिला थाना प्रबंधक ने छात्राओं को जागरूक करते हुए बताया कि हमें अपने अंदर के डर को मिटाने और समाज में अपनी पहचान बनाने की जरूरत है। भारत के संविधान में महिलाओं के पास उत्पीड़न, दहेज, तलाक, घरेलू हिंसा, दुष्कर्म, छेड़छाड़ और अन्य हिंसा से सुरक्षा से पाने के लिए कानूनी अधिकार हैं। संविधान महिलाओं को समानता, उदारता और सम्मान का अधिकार देता है। उन्होंने छात्राओं को कहा कि सभी अपने जीवन का एक उद्देश्य बनाकर मेहनत करें। महिला पुलिस टीम ने छात्राओं के साथ अपने अनुभव सांझा किए।

पुलिस ने छात्राओं को उनके संवैधानिक अधिकारों और कर्तव्यों के सम्बन्ध में बताया और महिलाओं से जुड़े कानूनों, कानूनी संरक्षण और अधिकारों से अवगत कराते हुए जागरूक किया। महिला थाना प्रभारी ने कहा कि किसी भी प्रकार की घरेलू हिंसा, कार्यस्थल पर मानसिक एवं शारीरिक प्रताड़ना, कामकाजी महिलाओं पर टिप्पणी करना, छात्राओं पर बातचीत करने के लिए दबाव डालना, छेड़छाड़ जैसी किसी भी घटना के होने पर तत्काल पुलिस, परिजनों व शिक्षकों को सूचित करना चाहिए। महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला हिंसा व उनके साथ भेदभाव करने वालों के खिलाफ कार्यवाही के लिए अनेक कानून बनाए गए हैं।
*महिला थाना प्रबंधक निरीक्षक मंजू शाह* ने छात्राओं को डायल 112 के बारे में बताया कि किसी भी आपात स्थिति में वे डायल 112 पर कॉल करें। पुलिस आपकी सहायता के तुरंत पहुंचेगी। महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा को लेकर पुलिस बहुत ही संवेदनशील है। किसी भी प्रकार के अपराध की सूचना तुरंत पुलिस को दें।


इस दौरान पुलिस टीम द्वारा आरपीएस कॉलेज के छात्र–छात्राओं को *साइबर अपराधों के बारे में भी जागरूक किया* गया। टीम ने बताया कि साइबर अपराध पर रोकथाम लगाने के लिए जागरूक होने की जरूरत है। इसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म को सावधानी और सतर्कता के साथ प्रयोग करना जरूरी है। साइबर अपराध से बचने के लिए छात्र–छात्राओं को स्वयं जागरूक होकर दूसरों को भी जागरूक करना होगा। इस दौरान साइबर ठगी से बचने के लिए कई बिंदुओं की विस्तृत जानकारी दी गई। इस दौरान कॉलेज स्टाफ व विद्यार्थी मौजूद रहे। टीम ने *लिंक के माध्यम से होने वाले फ्राड, फर्जी वेबसाइट, फर्जी कॉल्स/एसएमएस से होने वाले फ्राड, पार्ट टाइम जॉब के नाम पर, फर्जी लुभावने विज्ञापनों के माध्यम से होने वाले फ्रॉड के संबंध में सावधानियां बरतने की सलाह* दी। फेसबुक, इंस्ट्राग्राम, व्हाट्सएप आदि सोशल साइट्स से हनी ट्रैप के संबंध में विद्यार्थियों को जागरूक रहने के लिए कहा गया। पुलिस द्वारा चलाए गए जागरूकता अभियान के दौरान पुलिस ने छात्रों को जागरूक करते हुए हेल्पलाइन नंबर 1930 के बारे में भी समझाया। अपने खाते का पासवर्ड किसी के साथ शेयर न करें, न ही उसे मोबाइल पर सेव करें। ऑनलाइन माध्यम के जरिए दिए जाने वाले लोक लुभावने ऑफरों के झांसे में न आएं।

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